Shikha Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -18-Mar-2022- होली स्पेशल


कान्हा पिचकारी भर लायो रे,
लाल रंग में राधा को रंगायो रे
गोरी के तन पे पड़ी जो फुहार
तन मन सब उसने भिगोयो रे |
होली का त्यौहार ये आयो हैं ,
नटखट ने फिर बड़ा सतायो है ,
नीली चुनरी भी लाल हो गई ,
राधा प्यारी को छेड़ मुस्कायों हैं |
पीली धोती कान्हा की लाल हैं पटका ,
नैनों संग राधा के करते नैन मटक्का ,
मोर मुकुट सिर पर सोहे प्यारा प्यारा ,
अंखियों ही अंखियों में बतियायो हैं |
राधे ना ना करते इत उत भाग रही ,
सखी कान्हा फिर भी न मान रहे ,
कान्हा पिचकारी भर कर लायो रे |
माखन मिश्री ग्वालों की सुध बुध बिसराई ,
बंसी बांधी कमरिया में राधे भी तरसाई |
वन उपवन सब चहक रहे देख कर मस्ती,
कान्हा की नगरी में न आज सुनवाई हैं |
राधा बोले कान्हा प्यारे न कर जोरा जोरी,
कान्हा कहे राधा प्यारी खेलेंगे हम होरी |
एक दूजे के रंग में रंग गए दोनों ,
चहुं ओर प्रीत ही प्रीत छाई हैं ||

प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)

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8 Comments

Seema Priyadarshini sahay

22-Mar-2022 12:48 AM

बहुत खूबसूरत

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Punam verma

19-Mar-2022 02:32 PM

Bahut khoob

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Shrishti pandey

19-Mar-2022 09:20 AM

Very nice

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